शेयर बाजार: Difference between revisions
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कुल शेयरों का मूल्य - [https://www.bseindia.com/markets/equity/eqreports/allindiamktcap.aspx 462 लाख करोड़ रुपए] | कुल शेयरों का मूल्य - [https://www.bseindia.com/markets/equity/eqreports/allindiamktcap.aspx 462 लाख करोड़ रुपए] | ||
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'''भारतीय दर्शन''' | |||
संचय को दोष माना गया है। | |||
अपरिग्रह - पातंजलि योगसूत्र, साधनपाद, सूत्र ३० | |||
अति संचय को पाप का मूल माना गया है।<br> | |||
शेयर बाजार में बड़ी कंपनियां ही सूचित होती हैं। यह अति संचय और निवेशकों के लोभ का दोहरा संयोग बनता है। |
Latest revision as of 15:27, 27 December 2024
भारत में शेयर बाजार को बनाया ही धूर्त और हत्यारे ब्रिटेन ने 1875 में था। वहां सदा से धूर्तता, छल-कपट और जुआ होता रहा है।
कुल सूचित कंपनियां - 5540 (2024-दिसंबर)
कुल शेयरों का मूल्य - 462 लाख करोड़ रुपए
भारतीय दर्शन संचय को दोष माना गया है।
अपरिग्रह - पातंजलि योगसूत्र, साधनपाद, सूत्र ३०
अति संचय को पाप का मूल माना गया है।
शेयर बाजार में बड़ी कंपनियां ही सूचित होती हैं। यह अति संचय और निवेशकों के लोभ का दोहरा संयोग बनता है।